दुनिया का सबसे विशेष इंजीनियरिंग उत्पाद मानव शरीर है। जब आप आत्मा का अनुभव करेंगे तभी आप सेल्फ इंजीनियरिंग को समझेंगे। विश्व का सबसे बड़ा इंजीनियर तो भगवान है। आज हमें अपने आप को ईश्वर से जोउ़ने की आवश्यकता है। यही सेल्फ इंजीनियरिंग है। इसी से हमारे जीवन में सुख, शांति, आनंद एवं प्रेम की अनुभति होगी। उक्त विचार श्री दुर्गा शंकर मिश्र, आईएएस, सचिव, आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय, भारत सरकार ने मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए कहे।
विज्ञान ने हमें बाहरी रूप में बहुत कुछ दिया है लेकिन मन की शांति हमसे दूर हो रही है। हम चाहें तो अपनी सभी समस्याओं का समाधान स्वयं निकाल सकते हैं। इसके लिए कुछेक क्षण निकाल कर हमें एकांत में बैठने की आदत डालने की आवश्यकता है। यह विचार डा वी.पी. जॉय, आईएएस, महानिदेशक, हाइड्रोकार्बन महनिदेशालय ने अतिथि विशेष के रूप में बोलते हुए व्यक्त किेये।
2019 के इंजीनियर दिवस का विषय इंजीनियर परिवर्तन के वाहक है। इस उद्देश्य की प्रप्ति हेतु हमें सेल्फ इंजीनियरिंग की जरूरत है। हमें अध्यात्म में रुचि जाग्रत करनी है। भारतीय संस्कृति में भी ऐसा बताया गया है। दिल, दिमाग और हाथ में सांमजस्य हो तभी सेल्फ इंजीनियरिंग हो सकती है। हम दूसरों को तो दोषी ठहराते हैं लेकिन अपने आप को नहीं देखते। हमें जीयो और जीने दो के सिद्धांत का अपनाने की आवश्यकता है। हम सदैव अपने आंतरिक स्वभाव को शांत बनाये रखें। जब हम अपनी सोच को बदलेंगे तभी दूसरों की सोच बदलेगी। इससे संसार में शांति रहेगी। यह विचार राजयोगी मोहन सिंघल, अध्यक्ष, वैज्ञानिक एवं अभियंता प्रभाग ने मुख्य प्रवचन देते हुए कहे।
राजयोगी भ्राता बीके बृजमोहन, अपर महा सचिव, ब्रह्माकुमारीज ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में कहा कि हमें स्वयं का सुधारने के लिए मूल ज्ञान चाहिए। दुनिया की कोई चीज अपने लिए नहीं बनी है अपतिु दूसरों के लिए है। दुनिया की चीजों का हम उपयोग कर सकते हैं लेकिन उनके मालिक नहीं बन सकते। चीजें इकट्ठी करने से सुख नहीं मिलता। एक ही चीज सुख भी दे सकती है और दुख भी दे सकती है। हमारे अंदर देने की भावना होगी तभी हम प्रसन्न रह सकेंगे।
बीके जवाहर मेहता, राष्ट्रीय संयोजक, वैज्ञानिक एवं अभियंता प्रभाग ने भी अपने उद्गार प्रकट किए। बीके गिरिजा बहन, संचालिका, लोधी रोड केन्द्र ने सभी अतिथियों का स्वागत किया। बीके पीयूष भाई, जोनल कोआर्डीनेटर, वैज्ञानिक एवं अभियंता प्रभाग ने कार्यक्रम का सफल संचालन किया एवं प्रतिभागियों को राजयोग का गहन अभ्यास भी कराया। यह कार्यक्रम दिल्ली लोधी रोड स्थित इंडिया इंटरनेशनल सेंटर सभागार में आयोजित किया गया।